जालंधर (1 दिसंबर):
धर्म, साहस और बलिदान की गौरवशाली परंपरा को स्मरण करते हुए जालंधर मोहयाल सभा द्वारा भाई मतिदास मोहयाल भवन में श्रद्धा और सम्मान के साथ भाई मतिदास जी का 350वां शहीदी दिवस मनाया गया। इस भावपूर्ण अवसर पर श्री गुरु तेग बहादुर जी, भाई मतिदास जी, भाई सतिदास जी और भाई दयाला जी की महान शहादत को नमन किया गया, जिन्होंने धर्म की रक्षा के लिए हंसते-हंसते अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
कार्यक्रम की शुरुआत पुष्प अर्पण और श्रद्धांजलि से हुई। सभा के प्रधान श्री नंद लाल वैद ने महापुरुषों की प्रतिमाओं पर पुष्प मालाएं अर्पित कर उन्हें नमन किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “इन वीर शहीदों का बलिदान सनातन धर्म की अमर धरोहर है, जो आने वाली पीढ़ियों को सत्य, साहस और त्याग का मार्ग दिखाता रहेगा।”
इस अवसर पर जीके बाली, सतीश मेहता, अनिल बाली, विजय छिब्बर, उकेश बख्शी, नरेश मेहता, श्रीमती प्रवीण दत्ता, बरखा बाली, मधु बख्शी, विनोद बख्शी, अश्विनी मेहता, अशोक दत्ता एवं पवन बाली सहित अनेक गणमान्य सदस्यों ने पुष्पांजलि अर्पित कर शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के उपरांत सभा की मासिक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सामाजिक एवं संगठनात्मक विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।


