जनरल मोहयाल सभा की पहल: गायन प्रतियोगिता में उभरकर आए नए सुर–तारें

मोहयाल समाचार
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नई दिल्ली: मोहयाल समुदाय की सर्वोच्च संस्था जनरल मोहयाल सभा (रजि) द्वारा पहली बार आयोजित की गई सिंगिंग प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्ण भागीदारी करते हुए अपनी गायन प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में 10–18 वर्ष और 18–25 वर्ष की दो श्रेणियों में युवा-युवतियों ने 9 नवंबर को एजीएम में अपनी मधुर आवाज़ और सुरों की प्रतिभा से सभी को प्रभावित किया।

प्रतियोगिता के निर्णायक की भूमिका फाउंडर स्वर कला संगम प्रोफारमेंशन आर्ट्स  प्रा.लि. की फाउंडर श्रीमती मुक्ता मेहता एवं श्री मोनिशा मेहता ने निभाई। दोनों निर्णायकों ने पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ विजेताओं का चयन किया।

हर श्रेणी में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को क्रमशः ₹31,000, ₹21,000 एवं ₹11,000 की धनराशि से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त 25 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के प्रतिभागियों को भी पुरस्कृत किया गया।

प्रतियोगिता में जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिला स्थित द्राबा गांव से भाग लेने आए सात्विक दत्ता पुत्र इंजिनियर चौधरी पुनीत दत्ता ने 18–25 वर्ष श्रेणी में दूसरा स्थान प्राप्त किया । सात्विक ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “मुझे बेहद खुशी है कि हमारी मोहयाल संस्था ने इस तरह की सिंगिंग प्रतियोगिता आयोजित की। ऐसे आयोजन युवाओं को उत्साह और बेहतर प्रदर्शन का मंच प्रदान करते हैं।”

कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों ने अपनी मधुर आवाज़, रचनात्मकता और सुर–ताल की कसौटी पर खरे उतरते हुए बेहतरीन प्रस्तुति दी। उपस्थित समुदाय ने भी युवाओं की प्रतिभा को खूब सराहा।

जनरल मोहयाल सभा के अध्यक्ष विनोद दत्त ने निर्णायक मंडल—श्रीमती मुक्ता मेहता और श्रीमती मोनिशा मेहता—को निष्पक्ष एवं उत्कृष्ट निर्णय प्रक्रिया के लिए सम्मानित किया।
मोहयाल रत्न पी.के. दत्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जीएमएस, ने भी मेहता दंपति को आशीर्वाद देते हुए कहा कि कला के क्षेत्र में इस प्रकार की पहल से मोहयाल समुदाय की नई पीढ़ी नई बुलंदियों को छुएगी।

प्रतिभागियों और निर्णायकों ने यह आशा व्यक्त की कि इस तरह के आयोजन भविष्य में भी जारी रहेंगे, ताकि कला और संस्कृति के क्षेत्र में युवा प्रतिभाओं को निरंतर प्रोत्साहन मिलता रहे।

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