अंतर राष्ट्रीय योग दिवस: कोविड पीड़ितों को बचाने में योग की भूमिका भी महत्वपूर्ण है :-गोपाल कृष्ण छिब्बर

मोहयाल समाचार
Spread the love

( आपबीती अनुभव)

निरोगी रहना है तो योग करिए: गोपाल कृष्ण छिब्बर 

योग जीवन को स्वस्थ रखने का प्राकृतिक विज्ञान है जिसने इसे नियमानुसार अपना लिया उसे कोई रोग होने की संभावना कम हो जाती है
कोविड कॉल 2020 और 2021 के प्रकोप में लाखों व्यक्ति आए और कोविड काल की समाप्ति के पश्चात् भी इसका प्रभाव रहा इसका प्रमाण में स्वयं भी हू जिसका उल्लेख करना इसलिए आवश्यक है की कोविड 2 की गंभीर चपेट में आने पर अप्रेल 2021 में एक माह निजी हॉस्पिटल में आईसीयू में रहा 2 बार वेंटीलेटर पर भी गया उसके बाद गंभीर दशा में एम्स में भर्ती हुवा जहा के कुशल विशेषज्ञ डॉक्टरों के समुचित इलाज होने पर 25 मई 2021 को घर पर ही 6 माह तक सम्पूर्ण आराम करने को कहा गया क्योंकि मेरा वजन 10 किलो कम हो चुका था तथा बिस्तर से उठने में भी असहाय था तब मुझे एम्स के डॉक्टर्स ने नियमित व्यायाम और योग के सीमित आसन करने के निर्देश दिए जिससे तीन माह में मै उठना बैठना प्रारंभ हुवा आश्चर्य की बात यह हैं कि जो योगआसन में पूर्व में करता था वही आसन एम्स के विशेषज्ञ ने मुझे बताए एम्स के योग विभाग ने भी कोविड पीड़ितों के लिए योग केंद्र स्थापित किया था जो कोविड प्रभावित को योग के माध्यम से स्वस्थ रखने के गुर सिखाए जाते थे जिसका विधिवत पालन करने वालो को बहुत लाभ हुवा जिसका सफल प्रमाण में स्वयं था क्योंकि 6 माह पश्चात में स्वयं कोविड होने की पूर्व की स्थिति में आ गया और मेरा वजन 8 किलो बड़ गया एम्स ने मेरे कोविड में सफ़ल इलाज और शीघ्र ठीक होने पर शोध भी किया है।
यहां उल्लेख करना अवश्य है की मैं स्वयं 2020 तक योग नही करता था कोविड 1 प्रारंभ होते ही योगा करना प्रारंभ किया था जो कोविड 2 में गंभीर रोगग्रस्त होने पर भी मेरे शरीर को इतना शक्ति प्रदान कर सका की मेरी 45 दिन में भर्ती के दौरान लगभग 20 कोविड पीड़ितों की मृत्यु मेरे सामने हो चुकी थी जबकि सबसे कमजोर दशा मेरी थी वेंटिलेटर पर भी गया परंतु स्वस्थ होकर लौटा इसका मुख्य कारण योग भी था जिससे शरीर को नियंत्रित कर सका और में तब से लगातार आज भी योग के नियमित आसन कर रहा हू जिस दिन किसी कारण वश योगासन नही कर पता तो शारीरिक गतिविधि से पता चल जाता की कि एक दिन भी योग ना करना कितना प्रभाव डालता है।
अंतर राष्ट्रीय योग दिवस पर मेरा आग्रह है कि योग को भी अपनाए सीमित आसन भी करे तो आप अपने शरीर को स्वस्थ और निरोगी बना सकते हे मेरा अनुभव इसका प्रमाण हैं

Leave a Reply

Your email address will not be published.