जालंधर 20 जून:- डा.सुदर्शन कुमार मैहता बेटी रिंकू मैहता और दोहते लक्ष्य कै साथ निधार्रित निश्चित समम पर भाई मतिदास छिब्बर मोहयाल भवन देखने के लिए आए सभा की ओर से मैहता परिवार का स्वागत किया गया।
डा.मैहता ने बतों बात में बताया वह मूलरूप से जालंधर के हैं पिता स्वर्गीय डा.द्वारका नाथ मैहता जालंधर में क्लीनिक चलाते थें वह जालंधर से ढिल्वा चलेगये
80 के दशक में पंजाब का माहौल अशांत और आंतकवाद का दौर शुरू हो गया हम जालंधर से दिल्ली के लाजपत नगर में शिफ्ट हो गए यहां पर हमारी क्लीनिक बहुत अच्छी चल पडीं समय बीतता गया ।
दिल्ली से पुनः यहां (जालंधर) आ गए । पुत्र और पुत्रवधू दोनों मल्टीनेशनल कंपनी में जाँब करते हैं । वह स्थाई रूप से बंगलौर में सैटेल हैं। बंगलौर जाने से पहले हमें मोहयाल भवन देखने का सौभाग्य मिला।
प्रधान नंद लाल वैद ने मोहयाल भवन के निर्माण की विस्तार से जानकारी दी।
डा.मैहता और इनकी बेटी रिंकू मैहता ने , मोहयाल भवन के निर्माण की प्रंशसा की जीके बाली, एसके दत्त और अशोक दत्ता ने इसका श्रेय प्रधान नंद लाल वैद के कुशल नेतृत्व में बनी मैनेजिंग कमेटी को दिया जिनके द्वारा जालंधर मोहयाल समुदाय की पहचान बन सकी। यहां धार्मिक और समाजिक कार्यो के अतिरिक्त प्रतिभाशाली मोहयाल विद्यार्थियों को संमानित किया जाता हैं।
सभाकी ओर से डा.एसके मैहता को सभा की ओर से प्रधान नंद लाल वैद ने संमानित करतें हुए सरोपा और सप्तऋषियों का चित्र भेंट किया। बेटी रिंकू मैहता को सभा के वरिष्ठ उपप्रधान जीके बाली ने संमानित किया।
डा.मैहता ने सभा द्वारा दिये गए संमान के लिए आभार व्यक्त करते हुए 3100/- रूपये भेंट किये। सभा की ओर से मैहता परिवार को हार्दिक धन्यवाद दिया गया ।
(दायें से बायें एसके दत्त महासचिव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जीके बाली, रिंकू मैहता, लक्ष्य, डा.एसके मैहता, प्रधान नंद लाल वैद एवं सचिव अशोक दत्ता )