जालंधर (9 जून) विगत दिनो श्रीमती राज मैहता धर्मपत्नी स्वर्गीय श्री द्वारका नाथ मैहता 95 साल की संसारिक यात्रा पूरी करतें हुए परलोक सिधार गई। वह बडी मिलनसार, माधुरभाषी,धार्मिक संस्कारों वाली थी उन्होंने अपने पुत्र और पौत्र को उच्च कोटि के संस्कार दिएं। पुत्र डा.सुदर्शन कुमार मैहता (पुत्रवधू स्वर्गीय श्रीमती नीलम मैहता थी) पोता समीर मैहता, पोता बहू शिवानी मैहता, पडपोतियां रिया और खुशबू एवं पोती रिंकू ने दादी माँ की बहुत सेवा की बताया गया वह काफी समय से अस्वस्थ चल रही थीं।
स्थानीय गीता मंदिर, अर्बन एस्टेट जालंधर में रस्म किरया /अंतिम प्रार्थना/श्रद्धांजलि के दिन रिश्तेदारों के अलावा मैहता परिवार के मित्रजनों और जालंधर मोहयाल सभा के प्रधान नंद लाल वैद, वरिष्ठ उपप्रधान जीके बाली, संगठन सचिव संदीप छिब्बर, सचिव अशोक दत्ता वरिष्ठ सदस्य सुभाष दत्ता सदस्य पंकज दत्ता ने दिवंगत आत्मा को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते हुए ईश्वर से प्रार्थना की दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में निवास स्थान दें।
प्रधान नंद लाल वैद ने सभी रिश्तेदारों, मित्रजनों ,भाई बहनों का परिवार की ओर से आभार व्यक्त किया । आप सभी दिवंगत आत्मा को पुष्पांजलि अर्पित करने आए और ईश्वर से प्रार्थना की इन्हें सद्गति प्रदान करें। दिवंगत राज मैहता ने अपने बच्चों को धार्मिक और समाजिक संस्कार दियें । आज बच्चें सभी का सत्कार करतें हुए ,सभी का स्नेह और आर्शीवाद प्राप्त कर रहे हैं। यह संस्कार ही हैं जब समीर मैहता को जालंधर शहर में मोहयाल भवन निर्माण के बारे बताया गया तो समीर मैहता नें बंगलौर से मोहयाल भवन निर्माण में आर्थिक योगदान भेज कर मोहयालियत का परिचय दिया।