लेखक सत्येंद्र छिब्बर जोधपुर
आया चुनाव आया चुनाव
गरीबों की चल पडी है नाव,
पढें लिखों को नही देते भाव,
अनपढ करेंगे मौज ही मौज,
पढें लिखों की बड रही फौज,
जनता समझे ना इसकी चाल,
दिन पर दिन हो रही बहाल,
बेवकूफ बना के वोट ये पाते,
बेवजह सरकारी धन लुटाते,
रोज नई नई योजना बनाते,
पर कभी अमल मे नहीं लाते,
चुनाव के समय हाथ जोड़ते आते,
चुनाव के बाद फिर
मुंह ना दिखाते
जनता का अब यही पैगाम,
ऐसे नेताओं पर लगा दो लगाम।
