जालंधर मोहयाल सभा ने हॉलीवुड के प्रोडूसर, डायरेक्टर और एक्टर दीन बक्शी को संमानित किया

मोहयाल समाचार
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जालंधर 18 अक्टूम्बर: हॉलीवुड के प्रोडूसर , डायरेक्टर और एक्टर दीन बक्शी विशेष तौर पर जालंधर आने पर भाई मतिदास छिब्बर मोहयाल भवन देखने आए सभा की ओर से उनका गर्म जोशी के साथ अभिनंदन किया गया।

हॉलीवुड के प्रोडूसर , डायरेक्टर और एक्टर दीन बक्शी जो अपनी नई फिल्म की योजना को कार्यवत करने के सिलसिले में भारत आये हुए है। फिल्म की लोकेशंस और स्टार कास्ट को फाइनल करने के लिए वो विभिन्न जगहों पर प्रवास कर रहे है।

(दायं से बाएं अंनु छिब्बर, संदीप छिब्बर, दीन बख्शी, कैप्टन ब्रह्मदेव सिंह चीमा)

अपने पंजाब प्रवास के दौरान वो अपने भतीजे और जालंधर मोहयाल सभा के संगठन सचिव संदीप छिब्बर को मिलने के लिए जालंधर आये और उन्होंने जालंधर मोहयाल सभा के प्रधान नन्द लाल वैद को मिलने और सभा के द्वारा बनाये गए मोहयाल भवन को देखने के लिए इच्छा ज़ाहिर की।

(दायं से बाएं संदीप छिब्बर, दीन बख्शी, कमला वैद, नंद लाल वैद राजेंद्र वैद, रूपा वैद एवं नीतू दत्ता)

प्रधान  नन्द लाल वैद तथा उनके परिवार ने अपने घर में गर्म जोशी से उनका स्वागत किया तथा चायपान की व्यवस्था की। नन्द लाल वैद जी ने उन्हें जालंधर में चल रही विभिन्न मोहयाल सभा की गतिविधियों के बारे में बताया। दीन बक्शी ने कहा कि आज जालंधर मोहयाल सभा द्वारा समाज के लिये किये जा रहे कार्यो की चर्चा देश ही नहीं विदेश में भी हो रही हैं। जब नन्द लाल वैद जी अमेरिका आये हुए थे वो तब भी उन्हें मिलना चाहते थे पर कहीं और व्यस्त होने के कारण मिल नहीं पाये। उन्हें ख़ुशी है की उनकी वो अभिलाषा आज पूरी हो गई और उन्हें न केवल नन्द लाल वैद जी बल्कि पूरे परिवार के साथ मिलने का मौका मिल गया और परिवार से मिले स्नेह और अपनत्व को वो कभी नहीं भूलेंगे। उन्होंने नन्द लाल जी और कमला वैद से निवेदन किया कि अपनी अगली अमेरिका ट्रिप पर वह उनके घर जरूर आये। उन्होंने वैद परिवार के बेटे राजिंदर वैद , बहू रूपा वैद , बेटी नीतू दत्ता के व्यव्हार और संस्कारों की भी खुले दिल से सराहना की।
दीन बक्शी जी ने कहा कि वो अपने पूर्वज और शहीदों के सरताज भाई मतिदास छिब्बर के नाम पर बने भवन को देखने के लिए अति उत्सुक है तथा वो विशेतय अपने बचपन के दोस्त रिटायर्ड नेवी कैप्टन ब्रह्मदेव सिंह चीमा को साथ ले कर आये हैं। मोहयाल भवन में जाते ही भाई मतिदास की तस्वीर के आगे सर नवाते हुए उन्होंने भाई मतिदास जी को अपनी श्रधांजलि अर्पित की।

(अशोक दत्ता सभा की ओर से दीन बख्शी का अभिनंदन करतें हुए )

भवन में सचिव अशोक दत्ता जी ने उन्हें मोहयाल सभा द्वारा निर्मित भवन को पूर्ण रूप से दिखाते हुए इस के निर्माण में प्रधान नन्द लाल वैद और सभी कार्यकारिणी द्वारा किये गए तन मन धन के सहयोग के बारे में बताया तथा सभा द्वारा चलायी जा रही विभिन्न गतिविधियों और आयोजित कार्यक्रमों के बारे में बताया। उन्होंने कला के क्षेत्र में सफल अनेक मोहयालों के बारे में बताते हुए दीन बक्शी जी को अपार सफलता अर्जित करने की शुभकामनायें दी। संगठन सचिव संदीप छिब्बर ने बताया कि कैसे यह भवन करोना काल के बावजूद अपने निश्चित समय से पहले पूर्ण हुआ और कैसे प्रधान जी की कुशल अगुवाई में सारी टीम ने हर तरह से सहयोग किया। दीन बक्शी ने खुले दिल से सभा की तारीफ़ करते हुए कहा कि यह भवन देखना उन के लिए प्रसन्नता के साथ साथ बेहद भावुकता पूर्ण क्षण भी हैं। भाई मतिदास के वंशज होने के कारण यहाँ आ कर उनका ज़ेहन में भाई मतिदास की कुर्बानी का सारा दृश्य घूम गया और उनके रौंगटे तक खड़े हो गए। ऐसे अमर शहीद के नाम पर भवन का नाम रखने पर वो सभा के अति आभारी है। उनके दोस्त कैप्टेन चीमा ने भी कहा कि वो भाई मतिदास की शहीदी के बारे में तो जानते थे जिसका सारा सिख समाज वंदन करता है पर यहाँ आके उनके मोहयाल ब्राह्मण होने के बारे में पता चला और उनके परिवार से जुड़े अनेक वीरों और शहीदों के बारे में भी जानकारी हुई। प्रधान नन्द लाल वैद द्वारा दोशाला और हार पहना कर दीन बक्शी जी का सन्मान किया गया तथा सचिव अशोक दत्ता , संगठन सचिव संदीप छिब्बर द्वारा सप्त मोहयाल ऋषियों का चित्र उन्हें समृति स्वरूप भेंट किया गया। प्रधान नन्द लाल वैद जी ने दीन बक्शी के भवन पर आगमन और सभा की तारीफ के लिये धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्हें बहुत ख़ुशी है कि दीन बक्शी जी जैसे लोग इतने साल विदेश में रहने के बावजूद देश, संस्कृति और विशेषतय मोहयलियत की भावना के साथ जुड़े हुए है। ऐसे लोगो को साथ और प्यार हमेशा मोहयाल सभा को समाज के लिए और अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि जब वो अमेरिका में थे तो संदीप छिब्बर के पिता श्री सतीश कुमार छिब्बर और भाई सचिन छिब्बर ने उन्हें दीन बक्शी जी के बारे में बताया और फ़ोन पर बात करवाई , वो तभी से उन्हें मिलने के लिए उत्सुक थे। उन्होंने दीन बक्शी जी की कला और फिल्मों के क्षेत्र में आपार सफलता के लिए मंगल कामना की और उन्हें अगली बार परिवार सहित आने के लिए निमंत्रण दिया ।

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