भगवान श्रीकृष्ण की अलौकिक बाल लीलाओं से जुड़ी धर्मिक नगरी वृंदावन यहां पर बडी संख्या में श्रीकृष्ण और राधा रानी के मंदिर है।यहां पर बडी संख्या में धर्मशालाएं, आश्रम, होटल है । रायजादा बी.डी बाली मोहयाल रत्न के कार्यकाल मे, विशाल मोहयाल आश्रम वास्तुकला एवं राजस्थान शैली से शहर से हट कर शांतमय स्थल आश्रम विहार में प्रदूषण रहित वातावरण में बना हुआ है बडी संख्या में मोहयाल और गैर मोहयाल यहां पर आकर रहते है यहां निशुल्क भोजन की व्ववस्था है । सभी कमरे,भोजनालय वातानुकूलित है ।मोहयाल परिवारों को विशेष रियासत दी जाती हैं।आश्रम में बहुत सुंदर मंदिर भी है सुबह शाम आरती होती हैं। आश्रम का स्टाफ बडा सेवा भावी है ।जीएमएस के प्रधान श्री विनोद दत्त यात्रियों के द्वारा दिए गए सुझावों पर आश्रम को आगे से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे है आप जब भी वृंदावन आये तो मोहयाल आश्रम में ठहरे। मोहयाल आश्रम कैसा लगा अपने अनुभव फोटो सहित हमे मेल करें। मोहयाल मित्रम् में प्रकाशित किए जाएंगे।
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