आप जब भी वृंदावन जाए तो अपने मोहयाल आश्रम में ठहरे । पिछले सप्ताह मैं अपनी माता जी (किरन दत्ता) और बहन ( रिया दत्ता) के साथ राधा रानी की लीला स्थली वृंदावन गया। हमने दो दिन रहने के लिए मोहयाल आश्रम में डीलक्स रूम जाने से पहले बुक लाया था।
मोहयाल आश्रम देखकर हमारी थकावट दूर हो गई। आश्रम बहुत ही शांत स्थान पर स्थित हैं।
प्रेम मंदिर से मात्र 5 मिंट की दूरी पर होने से हमें कोई परेशानी नही हुई। आश्रम में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता हैं।पीने के लिए फिल्टर का पानी उपलब्ध था वैसे तो सब कुछ बहुत अच्छा था,पर एक बात जो हमें बहुत अच्छी लगी वो थी वहा के खाने की समय सारिणी एवं खाना परोसने का ढंग बहुत ही लाजवाब था।
हमारा मोहयाल आश्रम का अनुभव बहुत अच्छा रहा।अंत मैं सभी से यही कहना चाहता हु कि जब भी आप वृंदावन जाए तो आप भी मोहयाल आश्रम जरूर जाए।
दीक्षित दत्ता
जालंधर शहर
आप भी जब मोहयाल आश्रम वृंदावन में ठहरे तो अपने अनुभव जरूर हमें फोटो सहित भेजें मोहयाल मित्रम् में प्रमुखता से प्रकाशित किए जाएंगे…. अशोक दत्ता