जम्मू, 27 जुलाई:
मोहयाल सभा जम्मू के अंतर्गत मोहयाल यूथ विंग द्वारा आज एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से समर्पित यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा ना केवल आत्मिक अनुभवों से भरपूर रही, बल्कि परंपरा, श्रद्धा और सेवा की भावना से भी ओतप्रोत रही।
यात्रा की शुरुआत मथवार के समीप स्थित प्रसिद्ध “शोवा माता मंदिर” में दर्शन से हुई। पहाड़ियों पर बसे इस शांत और श्रद्धामय मंदिर में उपस्थित सभी सदस्यों ने माँ के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया और मंदिर में भंडारे के रूप में परोसे गए पवित्र प्रसाद का आनंद लिया, जिससे वातावरण और भी भक्तिमय हो गया।
इसके पश्चात कारवां पहुँचा अखनूर स्थित ऐतिहासिक “ज्यो पोता घाट” पर, जहाँ शांत बहती चंद्रभागा (तवी) नदी के किनारे सभी युवाओं ने ध्यान व आत्मचिंतन का अनुभव किया। इसके बाद सभी सदस्य पहुंचे रहस्यमयी “पंडा गुफा” — यह प्राचीन गुफा अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा व शांति के लिए जानी जाती है, जिसने सभी को कुछ पल के लिए कालातीत मौन में डुबो दिया।
यात्रा का अंतिम पड़ाव रहा — पवित्र गुरुद्वारा तपोस्थान १०८ संत बाबा सुंदर सिंह जी, अखनूर। यहाँ की गुरुबाणी, समर्पण और सेवा के वातावरण ने सभी को आध्यात्मिक रूप से अभिभूत कर दिया। सभी ने एकजुट होकर अरदास की और लंगर सेवा में भाग लेकर सेवा, समानता और भाईचारे का भाव अपनाया।
इस भक्ति और एकता से परिपूर्ण यात्रा में मोहयाल यूथ विंग, मोहयाल सभा जम्मू के सभी समर्पित सदस्य शामिल रहे।
कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई मोहयाल यूथ विंग के नवनियुक्त अध्यक्ष श्री रोहित पराशर बाली ने, जिनके साथ श्री अशोक कुमार लौ, गुरदयाल सिंह बाली, सुमित बाली, डोनल लौ बख्शी साहिल दत्ता सहित अन्य सम्मानित युवा सदस्य मौजूद रहे।
यह यात्रा मोहयाल युवाओं की आध्यात्मिक चेतना, सामाजिक समर्पण और परंपराओं के प्रति अटूट आस्था का साक्षात प्रमाण बन गई।
समाचार प्रस्तुति: रोहित पराशर बाली, अध्यक्ष मोहयाल यूथ विंग ,मोहयाल सभा जम्मू।