चंडीगढ़, 19 जुलाई 2025 – वीरता की मिसाल बने 2nd लेफ्टिनेंट राजीव संधू को आज राजीव विहार आर्मी वेलफेयर हाउसिंग सोसायटी, सेक्टर 13, चंडीगढ़ में भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। महावीरी चक्र (मरणोपरांत) से सम्मानित शहीद संधू की बलिदानगाथा आज भी देशभक्ति की प्रेरणा बनी हुई है।
राजीव विहार आर्मी वेलफेयरहाउसिंग सोसायटी के सदस्य सुभाष छिब्बर प्रधान मोहयाल सभा पंचकुला एवं मैंबर जीएमएस मैनेजिंग कमेटी नई दिल्ली विशेष तौर पर उपस्थित हुए भारत मां के वीर सपूत को श्रद्धा सुमन अर्पित करतें हुए श्रद्धांजलि दीं। छिब्बर इस सोसायटी के निवासी हैं।
शहीद लेफ्टिनेंट संधू ने 12 नवंबर 1966 को जन्म लिया और 1986 में आर्मी ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से कमीशन प्राप्त कर 7वीं बटालियन जम्मू कश्मीर राइफल्स में सेवा शुरू की। मात्र 21 वर्ष की उम्र में, मई 1988 में श्रीलंका में ऑपरेशन पवन के दौरान उन्होंने सर्वोच्च बलिदान देकर देश की रक्षा की, और अपने नाम को अमर कर गए।
इस अवसर पर सोसायटी द्वारा विशेष स्मृति समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें उनके साथियों, वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, परिजनों और समाजसेवियों ने भाग लिया। उनके अद्वितीय साहस और नेतृत्व के लिए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
समारोह में उनकी स्मृति में एक विशेष प्रस्तुति दी गई, जिसमें उनके जीवन, सेवा और बलिदान की झलक दिखाई गई। शहीद राजीव संधू के पिता श्री जयदेव संधू को इस अवसर पर मंच पर सम्मानित किया गया और पुष्पांजलि अर्पित की गई।
सोसायटी के अध्यक्ष ने कहा –
“राजीव संधू जैसे योद्धा केवल परिवार या रेजिमेंट के नहीं, पूरे राष्ट्र के बेटे होते हैं। उनका बलिदान हमें कर्तव्य, निष्ठा और साहस का अर्थ सिखाता है। हम सब उनके बलिदान को नमन करते हैं।”
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी और उनके नाम पर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया।