तीन दिन 18 से 21 दिसंबर तक वृंदावन धाम परिवार के साथ जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। मेरे साथ मेरी धर्मपत्नी अंनू बाली, रजिन्दर और संगीता ,राकेश कुमार एवं ज्योति दत्ता शर्मा ने मोहयाल आश्रम में सुखद अनुभव किया।
मोहयाल आश्रम मेन रोड ,आश्रम विहार के अंदर शांत वातावरण में चारों ओर हरियाली खुबसूरत इमारत के साथ साफ सुथरे कमरे हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध, कर्मचारियों का व्यवहार हम सभी को बहुत पसंद आया।
सुबह शाम मोहयाल आश्रम में बनें मंदिर में राधा रानी की महिला में भजन और पंडित आंनद जी द्वारा आरती का लाभ मिला।
आश्रम की भोजन व्यवस्था और परोसें जाने का तारीका उत्तम हैं।
हमने मोहयाल आश्रम के बारे जैसा सुना था वैसा सुखद अनुभव किया।
आश्रम की सब से बडी विशेषता ,आश्रम विहार के मुख्य द्वार से दायं ओर मात्र दो किलो मीटर की दूरी पर प्रेम मंदिर और इस्कॉन मंदिर बांय ओर कथावाचक देवकीनंदन का जू मंदिर और उसके समीप आकाश ग्रुप द्वारा निर्मित माता वैष्णवों मंदिर बहुत सुंदर हैं।
आश्रम से अन्य दर्शनीय स्थलों को जानें के लिए यातायात की सुविधाएं उपलब्ध रही।
आश्रम के मैनेजर शुभ्म के अतिरिक्त सभी कार्यरत कर्मचारियों का व्यवहार सहयोग पूर्ण रहा। हम सभी ने एक यादगार फोटो ली जिस मे हमारे परिवारजनों के साथ मैनेजर शुभ्म गुप्ता, भुवन भट्ट, पंडित आंनद, गिरीश, कैलाश भारत, जगदीश दिखाई दे रहें हैं।
मैनेजर शुभ्म गुप्ता, भुवन भट्ट, पंडित आंनद, गिरीश, कैलाश भारत, जगदीश दिखाई दे रहें हैं।
डा.एमबी बाली