नई दिल्ली: 31 जनवरी को स्वर्गीय सुनीता मैहता एवं हरिओम मैहता विवाह बंधन में बंधे थे । सुनीता मैहता अपनी मधुर स्मृतियां छोड़ कर प्रभु चरणों में विराज गई ।
शादी की सालगिरह को याद करते ,सुनीता मैहता की स्मृति में बालिकाओं को खाने -पीने का सामान वितरित किया । सुनीता मैहता बेटियों को आगे बढाना एवं समाज में संमान दिलाना रहा ,हर साल धीयां दी लोहड़ी अपनी महिला टीम के साथ मिलकर मनाना सराहनीय कार्य था।