अपना आसमान-लघुकथा
ड़ा. अशोक अपनी बिटिया मान्या की कक्षा अध्यापिका के सामने बैठे थे और उसकी अध्यापिका ने उससे कठोर और स्पष्ट प्रश्न पूछा कि क्या आप अपनी बेटी के परीक्षा परिणाम के बारे में चिंतित हैं? वे बोले “जी हाँ! तभी तो समय निकाल कर मिलने आया हूँ। विज्ञान और गणित में निराशाजनक अंक लाई है।” […]
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