करनाल (23 जून2025)- स्माइल फाउंडेशन संस्था के संस्थापक/अध्यक्ष समाजसेवी डाक्टर संजीव मैहता छिब्बर ने सहपरिवार सहित मरणोपरांत अंगदान करने का संकल्प लिया। परिवार में उनकी पत्नी रश्मि मैहता छिब्बर,बेटा कृष मैहता छिब्बर और बेटी इशिता मैहता छिब्बर ने अंगदान के लिए संकल्प पत्र भरा । संजीव मैहता छिब्बर ने बताया कि वे 2013 से निरंतर रक्तदान शिविर और समाजसेवा में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं इसी कड़ी में देश सेवा के लिए अंगदान करने का संकल्प लिया । उन्होंने बताया कि इंसान मर कर भी आठ जिंदगियों को अपने अंग दान करके जिंदा रह सकता है अंगदान करना एक बहुत बडा पुण्य का काम है। आप मरने के बाद भी आठ जिंदगियों को बचा सकते हैं। शरीर तो नश्वर है मरने के बाद शरीर का वैसे भी दाह-संस्कार कर दिया जाता है क्यों ना पृथ्वी लोक से जाते जाते आठ जिंदगियों को रोशन करके जाया जाये । जिला रेडक्रास सचिव रणदीप सिंह और डी.आई.पी.आर.ओ. डाक्टर मनोज कुमार ने सभी को अंगदान के प्रमाण पत्र सौंपे। रेडक्रास सचिव रणदीप सिंह ने लोगों से अपील की है वो भी अंगदान के लिए संकल्प पत्र भरकर आठ जिंदगियों को बचाने का पुण्य का काम करें । उन्होंने कहा मैहता परिवार ने आज समाज के लिए एक मिशाल कायम की है कि बहुत कम लोग होते हैं जो सहपरिवार सहित ऐसे पुण्य के काम में अग्रसर रहते हैं संजीव मैहता जी हमेशा सहपरिवार सहित रेडक्रास सोसायटी के साथ मिलकर समाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ भाग लेते हैं डाक्टर मनोज कुमार ने कहा कि संजीव मैहता जी के अंगदान के पुण्य कार्यों से प्रभावित होकर पत्रकार राजीव मैहता , कुलदीप कुमार,राजकुमार और आरती,रोटा ने भी अंगदान का संकल्प लिया । जो बहुत की सराहनीय कार्य है।
डा.संजीव मेहता छिब्बर ने सपरिवार अंगदान करने का संकल्प लिया यह समाज के लिए एक नई मिसाल बना। छिब्बर परिवार की इस प्रेरणादायक पहल से समाज में अंगदान को लेकर जागरूकता को बल मिलेंंगा और आने वाले समय में अनेक लोग इस पुनीत कार्य मे आगे आएंगे।
मोहमाल मित्रम्