लड़कियाँ छूना चाहती हैं आसमान’, ‘अनुभूतियों की आहटें’ जैसे कविता संग्रह, ‘शिखरों से आगे’ जैसे उपन्यास और ‘बंद दरवाजे पर दस्तक’, ‘सलाम दिल्ली’, ‘पत्थरों में बँधे पंख’, ‘खिड़कियों पर टंगे लोग’, ‘एकांतवास में ज़िंदगी’ आदि लघुकथा संग्रहों के साथ ही तीन वाक्य की लघुकथा ‘भूख’ के सर्जक, अनेक सशक्त साक्षात्कार, तार्किक आलोचना, प्रगतिशील व भावात्मक कविताओं-नाटकों के साथ ही 150 से अधिक कृतियों के सर्जक, भावुक व्यक्तित्व के धनी आदरणीय अशोक लव जी को जन्मदिन की अनंत शुभकामनाएँ एवं बधाइयाँ।
आपका स्नेह बना रहे!
