आकांक्षा दत्ता का टीचर डे पर विशेष समाचार ” ये टीचर पढा़ते नही ,कहानियां सुनाते हैं” जोधपुर के सिटी भास्कर में प्रकाशित हुआ है।.
टीचर .सिर्फ पढा़ई नही कराता बल्कि वो सबक देता है जो जीवन भर याद रहते हैं। ऐसे ही सबक देने के लिए अब छोटे बच्चों को स्टोरी टेलिंग, एक्टिविटी बेस्ट लर्निंग जैसे तरीक़े अपनाएं जा रहें है। टीचिंग के ये अनूठे तरीके बच्चों को पसंद भी आ रहे हैं और इनमे इन्वाल्व हो रहे हैं।
आकांशा दत्ता ने बताया, कहानी कहने में एक्सप्रेशन, लैग्वेंज, फेलिग्स वगैरह सब होते हैं तो बच्चे साथ साथ वे भी सीख लेते हैं। डर या खुशी को जाहिर करना हो या आश्चर्य को वे आंखों से दिखाना स्टोरी टेलिंग से ही सीख सकते हैं।
आपकी जानकारी के लिए
आकांक्षा दत्ता सहित्यकार डा.नीना छिब्बर साहित्यकार एवं साहित्यकार सतेंद्र छिब्बर जोधपुर निवासी की साहित्यकार बेटी हैं।
