पंचकूला: इंसान अपने जीवन में अनेक धार्मिक समाजिक और देश हित मे अनेक प्रकार के कार्यों से अपनी पहचान स्थापित करता हैं बहुत कम लोग होते हैं जो मरणोपरांत ऐसी मिसाल छोड़ जाते हैं जो कई लोगों के लिए वरदान बन जाते हैं। बीते दिनों हितैषी फाउंडेशन की सहयता से दो रिटायर प्रिंसिपल ने देहदान का शपथपत्र भरा एक पिंजौर निवासी रिटा. प्रिंसिपल बृज भूषण शर्मा और अमरावती के रिटा. प्रिंसिपल मदनमोहन बक्शी ने ।
मोहयाल सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष छिब्बर विशेष सहयोगी मोहयाल मित्रम् ने बताया बक्शी जी मोहयाल सभा के वरिष्ठ सदस्य हैं एक ऐसी शख्सियत जिन्हें यह पता चला कि मेडिकल कॉलेजों में बच्चों को रिसर्च के लिए शरीर नहीं मिल रहे हैं तब इन्होंने निर्णय लिया मैं अपनी देह दान करूंगा। मरणोपरांत शरीर को जलाने मे काफी लकडियाँ जलाई जाएगी और वातावरण भी प्रदुषित होगा जिसका लाभ नहीं होगा। लाभ देहदान से होगा उनका शरीर मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों को रिसर्च के काम आएगा।
हमारे सहयोगी सुभाष छिब्बर ने बक्शी जी का परिचय दिया : 1996 में गवर्नमेंट: कॉलेज पंचकुला के प्रिंसिपल पद से सेवानिवृत्त हुए। 36 वर्षों तक ऑनर्स और स्नातकोत्तर कक्षाओं में भूगोल पढ़ाने के बाद।
सदस्य चयन समिति पंजाब यूनिवर्सिटी क्रिकेट के मशहूर टेस्ट खिलाड़ियों जैसे मोहिंदर अमरनाथ, मदनलाल, यशपाल शर्मा को पीयू चंडीगढ़ के लिए खेलने के लिए चुना गया।
ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए पीयू क्रिकेट टीम के मैनेजर रहे ।
अध्यक्ष चयन समिति क्रिकेट एमडी यूनिवर्सिटी रोहतक ।
1993 में एनसीसी में कमीशन प्राप्त किया और प्रथम स्थान प्राप्त किया और डीजी का “केन ऑफ ऑनर” जीता ।
10 साल बाद मेजर के पद पर पदोन्नत किया गया ।
गणतंत्र दिवस समारोह और प्रधानमंत्री की रैली, नई दिल्ली में 5 बार पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और चंडीगढ़ निदेशालय की एनसीसी टुकड़ी की कमान संभाली ।
इंडो-कैनेडियन यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम 1981-82 में 7 एनसीसी कैडेटों के साथ ग्रुप लीडर के रूप में 6 महीने के लिए कनाडा भेजा गया ।
विश्वविद्यालय के युवा उत्सवों और आम जनता के लिए एकांकी और पूर्ण लंबाई के नाटकों का निर्माण और निर्देशन किया
