भाई बालमुकंद छिब्बर
जिन्हे लार्ड हार्डिंग पर चंदनी चौक में बम फेंकने पर 8 मई 1915 मै फांसी की सजा दी गई ।
भाई परमानंद छिब्बर
भाई परमानंद जिन्हे कृंतिकारिओ का महागुरु कहा जाता हैं को लाहौर षड्यंत्र केस में फांसी की सजा हुई हो बाद में अंडमान जेल में अजन्म कारावास बदल दी गई
अमीर चांद भीमवाल
सरदार अजीत सिंग लाला लाजपतराय के साथी जिन्हे अंगेजो के खिलाफ लेख लिखने पर केस चला और सजा दी गई जो बाद में निरस्त कर दी गई ।
लाल चंद छिब्बर
पेशावर के लाल चंद छिब्बर को तीन साल का कठोर कारावास की सजा अंग्रेजो के चमचों को मार देने पर भुगतनी पड़ी ।
रामरखा बाली
होशियार पर के गांव सिसोली के रामरखा बली गदर पार्टी में सक्रिय रहे 1919 मैं गिरफ्तार हो गए मंडले जैल में रहे जैल में भुखड़ताल कर दी जिस करण जैल में मृत्यु हो गई ।
चौधरी रामभज दत्त।
चौधरी रामभज दत्त बैरिस्टर थे गदर पार्टी में सक्रिय थे कांग्रेस के बड़े नेता इनकी पत्नी रविन्द्र नाथ टैगोर के परिवार से थी उन्होंने 1932 मै लाहौर मे नागरिक अवज्ञा आंदोलन का नेतृत्व किया और जैल गए ।
ओमप्रकाश दत्त
लाहौर के कवि ओमप्रकाश दत्त भगत सिंह के साथी थे नागरिक अवज्ञा आंदोलन मैं भाग लिया। 4 बार गिरफ्तार हुवे ।
दीनदयाल शास्त्री छिब्बर
दीनदयाल छिब्बर सहारनपुर देहरादून और मुजफ्फर नगर में क्रांतिकारी गतिविधि की 6 बार गिरफ़्तार हुवे ।
अविनाश चंद बाली।
पत्रकार अविनाश चंद्र बाली को राजद्रोह मै तीन बार गिरफ्तार किया ये लाला लाजपत राय के सचिव भी थे ।
सुभद्रा दत्त जोशी
सुभद्रा दत्त लाहौर में उग्रवादी आंदोलन कि नेता रही ।जो बाद में दिल्ली से सांसद भी रही ।