यह घटनाक्रम विभाजन के समय का है मेहता जी डी छिब्बर मोहयालो वाली गली रावलपिंडी मैं रहते थे जब दंगे शुरू हुए तो आप भी हिन्दू ओ कि रक्षा मे शामिल हो गए जिस पर आपको पकड कर रावलपिंडी जेल भेज दिया गया इसी बीच देश का विभाजन हो गया आपका सारा परिवार हिन्दूसतान आगया पर आप वही रावलपिंडी कि जेल मे रह गये काफ़ी प्रयास के बाद भी मेहता जी को भारत कि जेल मे नही भेजा गया पर उनदिनो मेहता दीवान चंद मोहन करनाल के S S P थे तथा करनाल से शिमला तक के इंचार्ज थे हुआ यूं कि पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री लियाकत अली खान का परिवार हिन्दूसतान मे करनाल मे रोक लिया गया जब मेहता जी को कड़ी सुरक्षा के बीच अटारी के रास्ते भारत लाया गया तब लियाकत अली खान के परिवार को छोड़ा गया मेहता जी के पुत्र मेहता अमरजीत सिंह छिब्बर भी हरियाणा पुलिस से बतौर इन्स्पेक्टर सेवा निवृत्त होकर अब पंचकूला मैं रह रहे हैं .
(जैसा कि उनके पोते शरद छिब्बर ने बताया)
पवन कुमार दत्ता
यमुनानगर
बोलती तस्वीरे/यादें जब हम उसे जन जन तक पहूंचाते है तो वह इतिहास के खूबसूरत पन्नों में दर्ज हो जाती हैं।
पवन कुमार दत्ता
यमुनानगर