राधाकृष्ण की लीला स्थली वृंदावन में स्वच्छ और शांत वातावरण में मोहयाल आश्रम बाहर से देखने पर राजस्थानी कला की पहचान दर्शाता हैं भीतर जाने पर होटल की फिलिंग्स देता हैं । मोहयाल आश्रम में आने पर हर बार कुछ नया कार्य देखने को मिलता हैं । इसबार भवन की दूसरी मंजिल पर सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा था । मालूम हुआ दो चार दिन में कार्य संपन्न हो जाएगा इन सभी कमरों की बुकिंग शुरू कर दी जाएंगी । इसके बाद पहली मंजिल का कार्य शुरू होगा मेरा सुझाव है इस समय स्कूलों की छुट्टियां चल रही हैं । वृंदावन में भारी भीड़ चल रही है । दो महीने कार्य को रोककर आश्रम के कमरों की बुकिंग जारी रखते हुए आर्थिक लाभ प्राप्त किया जा सकता हैं।
आश्रम की बाहरी दिवारों का सौदर्यीकरण का कार्य चल रहा है जोकि दो से तीन महीने में पूरा हो जाएगा फिर रंग रोगन के बाद कलरफुल लाइटिंग से आश्रम जगमगाहट उठेगा । इस सारे कार्य को जल्द करवाने के लिए अध्यक्ष जीएमएस विनोद दत्त जी विशेष रूचि ले रहें हैं।
देखने मे आया मोहयाल आश्रम के सभी कार्यरत कर्मचारी अपने कार्य को सही ढंग से कर रहें हैं ।
मोहयाल आश्रम में प्रवेश करते ही हमारा अभिनंदन रिसेप्शन पर मैनेजर शुभ्भम गुप्ता ने राधे राधे कहकर किया ।
कमरों की बुकिंग पहले से करवा रखीं थी । आईडी दिखाने पर हमें तीन कमरे दिए गए । सभी कमरे साफ थे । हम सभी कमरों में समान रखकर भोजनालय में भोजन के लिए आए यहां पर भोजन स्वादिष्ट और परोसने की व्यवस्था तारीफें काबिल थी।
मोहयाल आश्रम में बने मंदिर में सुबह शाम पंडित आनंद शर्मा द्वारा आरती की जाती हैं एक शाम हम सभी मंदिर में आरती के समय रहें । पंडित जी ने हनुमान चालीसा ओर भजन का गुनगान अपनी मधुर आवाज में प्रस्तुत किया।
यहां पर हमारी भेंट उषा मैहता से हुई बातचीत करने पर मालूम हुआ हमारे मामा जी की बहू उनकी ननद हैं । श्रीमती मोहन ने अपने बेटे अजय मैहता और बहू कोमल मैहता से परिचय कराया ।
गाजियाबाद वैशाली निवासी अमर बख्शी और पुनम बख्शी से मिलने का मौका मिला जोकि हमारे फेसबुक फ्रैंड हैं उनके द्वारा वृंदावन के उन मंदिरों के बारे पता चला जिनकी हमें जानकारी नहीं थी ।
नोएडा से रिटा.कमाडेंट संजीव छिब्बर सीआईएसएफ भी अपने परिवार सहित मोहयाल आश्रम में ठहरे हुए थे उनसे मोहयालियत और मोहयाल आश्रम के बारे वार्तालाप हुआ उन्होंने कहा जीएमएस एक मजबूत संस्था है । भूतपूर्व अध्यक्ष की दूरदर्शिता और देव भूमि हरिद्वार और वृंदावन में खूबसूरत मोहयाल आश्रम मोहयाल बिरादरी की पहचान बनाए हुए हैं अपने आश्रमों में आकर गर्व की अनुभूति होती हैं वर्तमान अध्यक्ष विनोद दत्त मोहयाल आश्रमों के रखरखाव और सुविधाओं के अलावा सौदर्यीकरण की ओर विशेष कार्य करवा रहें हैं। संजीव छिब्बर ने बताया वह हर महीने वृंदावन परिक्रमा करने आ रहें हैं।
मोहयाल आश्रम में ठहरे मोहयालों के अलावा अन्य यात्रियों ने साक्षात्कार में बताया मोहयाल आश्रम में रहकर हमें कोई कमी दिखाई नहीं दी यहां का गर्मागर्म भोजन और भोजन परोसने का तारीका तारीफें काबिल है। हमें अपने मोहयाल आश्रम की तारीफ सुनकर खुशी हुई ।
पंडित आनंद शर्मा सुबह शाम मंदिर में आरती पूजा के अतिरिक्त भोजनालय की पूरी व्यवस्था को देखते हैं । शुद्ध और स्वच्छ भोजन बनें इस ओर विशेष ध्यान रखते हैं। हमने देखा भोजन परोसने से पहले मंदिर में देवी देवताओं को भोग लगाकर फिर भोजन परोसा जाता हैं। भोजन लहसुन प्याज के बिना बहुत स्वादिष्ट तैयार किया जाता हैं ।
नोट : मोहयाल आश्रम वृंदावन आप को कैसा लगा अपने अनुभव और सुझाव भेजे ,आपके फोटो के साथ मोहयाल मित्रम् में प्रकाशित किए जाएंगे ।
अशोक दत्ता 9779890717
Proud of Mohyal it’s so really Our Aashram is one in millions. Very healthy food .Good staff. . I say to everyone’s for donations of Varindavan Mohyal Aashram. Aashram Vihar Chatikara road.