गुरदासपुर 2 फरवरी : पंजाब के गुरदासपुर जिले में बाबा ठक्कर जी महाराज के समाधि मंदिर में दत्ता बिरादरी का वार्षिक मेला हर साल बसंत पंचमी के दिन बड़े उत्साह और आध्यात्मिक भावना के साथ मनाया जाता है। यह आयोजन पूरे देश से दत्त पारिवार के सदस्यों को एकजुट करता है । पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, जम्मू एंड कश्मीर और अन्म प्रदेशों से बाबा ठक्कर जी का आर्शीवाद प्राप्त करनें आते हैंइस वर्ष बख्शी बृज मोहन दत्ता अपने परिवार के साथ बाबा जी का आर्शीवाद लेने आए और द्राबा जेएंडके के दत्त परिवारों के लिए सुख और समृद्धि की प्रार्थना की। यह आयोजन कंजरूर दत्ता बिरादरी के इतिहास और परंपराओं को जीवित रखने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
इस आयोजन का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि यह दत्त पारिवार के सदस्यों को एकजुट करता है और उन्हें अपनी जड़ों और परंपराओं से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। यह आयोजन दत्ता बिरादरी की एकता और सामाजिक संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
बख्शी बृजमोहन दत्ता जी ने बताया 1975 में स्वर्गीय बख्शी टेक चंद दत्ता और अन्य सदस्यों के साथ इस पवित्र स्थान पर आया था यहां आकर मुझे कंजरूर के दत्त भाईयों से मिलने का मौका मिला वह समय मेरे लिए गर्व का क्षण था।
जालंधर के मानव दत्ता ने बताया इसबार बडी संख्या में उपस्थिति थीं। सभी के लिए सुबह नाश्ते का विशेष प्रबंध किया गया था। महिलाओं द्वारा बावा लाल जी की महिमा में मधुर आवाज में भजनों का गुणगान किया गया।
बडें श्रद्धाभाव से आरती करने के बाद मोहयाल प्रार्थना की गई । उल्लेखनीय हैं बड़ों की कडाही का प्रसाद अलग स्थान पर दिया गया। इस प्रसाद को अन्य लोगों को दिखाया नहीं जाता। दोपहर को अटूट लंगर अमर पैलेस में परोसा गया। सभी परिवार एक दूसरे से परिचय आदान प्रदान करते दिखें।