ओमिका दत्ता का जाना न केवल दत्ता परिवार की बल्कि पूर्ण मोहयाल समुदाय की अपूरणीय क्षति : संदीप छिब्बर

जालंधर मोहयाल सभा श्रद्धांजलि
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मृत्यु सत्य है और शरीर नश्वर, यह तो हम सब जानते है और यह भी सत्य है की एक न एक दिन सबको जाना है लेकिन दत्ता परिवार की बहू ओमिका दत्ता जी के अकस्मात निधन ने जिस तरह समस्त परिवार और समाज को दुःख और संवेदना से भर दिया उसे शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता।

रहने को सदा दहर में आता नहीं कोई
तुम जैसे गए ऐसे भी जाता नहीं कोई

अशोक दत्ता जी का परिवार शुरू से ही देश , धर्म और समाज की भलाई के कार्यो में लिप्त रहा है। मोहयाल समाज की एकता और उत्थान के लिए उनके और उनके सपुत्र डॉ अजय दत्ता जी के कार्यो को कोई भी भुला नहीं सकता। अशोक दत्ता जी के साथ साथ उनकी पत्नी राज कुमारी दत्ता , बेटी वंदना दत्ता और दामाद सी ए वरुण शर्मा भी विभिन्न सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों से जुड़े हुए है। उनका बेटा अजय दत्ता तो बहुत सी संस्थाओं द्वारा उनके  शैक्षणिक और सामाजिक क्षेत्रों में किये गए अभूतपूर्व कार्यों के लिए सन्मान और प्रशंसा पाता ही रहा है। ऐसे में जब उनके घर में होशियारपुर के बक्शी (छिब्बर) परिवार की संस्कारित और प्रतिभावान बेटी ओमिका बहू बन कर आई तो मानों घर की हर कमी पूरी हो गई। पढाई में बी टेक ओमिका बुद्धिमान और संस्कारित होने के साथ साथ घर के कामों में भी निपुण थी । बेटे आयुष दत्ता के जन्म के बाद भी ओमिका अपनी शैक्षिणिक योग्यता और विद्धवता में बढ़ोतरी करने हेतु कार्यशील रही तथा अभी भी एम् ए इंग्लिश कर रही थी , जिसके फाइनल पेपर अभी होने थे। ओमिका भी अपने परिवार के अन्य सदस्यों की तरह ही अत्यंत दयालु , मिलनसार और प्रतिभाशाली थी तथा उसके व्यवहार, मुस्कुराते चेहरे और संस्कारो की परिवार , रिश्तेदार , पड़ौसी और समाज प्रशंसा करता था।

जालंधर मोहयाल सभा के सभी कार्यक्रमों में ओमिका पुरे उत्साह और लगन के साथ हिस्सा लेती थी तथा उसने कई प्रतियोगिताओं में अवार्ड्स भी जीते। जनरल मोहयाल सभा द्वारा हरिद्वार और अमृतसर में लगाए गए यूथ मोहयाल कैंपस में भी उसने भाग लिया तथा अपनी विलक्षण प्रतिभा से सभी का मन मोह लिया। ऐसी प्रतिभावान खुशमिज़ाज़ शख्सियत का 6 मई 2024 को आकस्मिक घटित दुर्घटना में चले जाना सारे समाज को दुःखी और हैरान कर गया। ओमिका दत्ता जी की रस्म किरया और अंतिम प्रार्थना सभा 16 मई को हरि मंदिर प्रीत नगर , जालंधर में हुई । जिसमे भारी संख्या में विभिन्न सामाजिक , धार्मिक , राजनीतिक , शैक्षिणिक संस्थाओं के साथ साथ मीडिया जगत से जुड़े बंधुओ ने भी भाग लिया। बी ए एम खालसा कालेज गढशंकर , ट्रेनटी कालेज जालंधर,पीटीयू कपूरथला , पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के विभिन्न अधिकारियों और अक्षरधाम के संतों ने परिवार को सवेदना दी।  आर एस एस के प्रचारकों , अधिकारीयों और स्वयंसेवक बंधुओं ने भी परिवार का दुःख साँझा करते हुए दिंवगत आत्मा की शांति हेतु अरदास की।

इस अवसर पर जालंधर मोहयाल सभा के सभी पदाधिकारियों के साथ महिला विंग की सदस्य एवं बडी संख्या में मोहयाल समुदाय के लोगों ने अंतिम प्रार्थना में उपस्थित हो कर ओमिका दत्ता को पुष्पांजलि अर्पित की।

जालंधर मोहयाल सभा के वरिष्ठ उप प्रधान जी के बाली ने अपनी श्रधांजलि अर्पित करते हुए कहा की ओमिका दत्ता के रूप में मोहयाल समुदाय ने एक अनमोल रतन खोया है और उसके जाने से मोहयाल सभा में जैसे कोई स्थान रिक्त सा हो गया है जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती। सभा के अंत में जालंधर मोहयाल सभा के प्रधान नन्द लाल वैद ने दत्ता परिवार का दुःख बाँटने आये हुए सभी लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा की ओमिका दत्ता का जाना एक स्नेहमयी माँ का जाना , एक आदर्श पत्नी का जाना , एक संस्कारित बहु का जाना तो है ही पर इसके साथ साथ समाज से एक अनमोल और आदर्श व्यक्तित्व का जाना भी है। ओमिका हर कार्यक्रम में उपस्थित रहती थी तथा वो अनगिनित न भुलाई जाने वाली वाली यादें छोड़ गई। आज उनका बेटा अभी 3 वर्ष का भी नहीं हुआ है और अजय तो जैसे इस सदमे से टूट ही गया है। उन्होंने कहा की हमारा फ़र्ज़ बनता है की हम परमात्मा के चरणों में प्रार्थना करने के साथ साथ इस परिवार से और अधिक मेलजोल बनाये रखे ताकि सभी लोग इस सदमे से उभर सके।

संदीप छिब्बर
संगठन सचिव
जालंधर मोहयाल सभा

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