पल्लवी दत्ता जी का जन्म मुरादाबाद के बाली परिवार में हुआ था। उन्होंने बीए बीएड की शिक्षा प्राप्त की और एक शिक्षिका के रूप में अपने जीवन की शुरुआत की। बचपन से ही वह एक मेधावी छात्रा थीं और संगीत की बारीकियों का ज्ञान रखती थीं। वह आर्य समाज के कार्यक्रमों और सामाजिक स्तर के भजन कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेती थीं।
पल्लवी दत्ता के पिता रेल विभाग में नौकरी करतें थें वह मुरादाबाद से फरीदाबाद स्थानांतरित हुए यहां पल्लवी दत्ता का विवाह 1988 में दिल्ली के नरेश दत्ता के साथ हुआ। विवाह के बाद, उन्होंने दो बेटियों को जन्म दिया और एमए की परीक्षा पास की। 1995 में, उन्हें दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग में प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक के पद पर नौकरी मिली।
*भजन गायिकी और यूट्यूब चैनल*
पल्लवी दत्ता जी ने अपनी भजन गायिकी के शौक को निरंतर पूरा किया। उनके पति नरेश दत्ता जी ने एक यूट्यूब चैनल “धार्मिक जोड़ा 1008” ( Religious Couple 1008) शुरू किया, जिसमें वे समय-समय पर भजन डालते रहते हैं।
वर्तमान में, पल्लवी दत्ता जी व्याख्याता अंग्रेजी के पद पर कार्यरत हैं और अगले महीने जून में अपनी नौकरी से सेवानिवृत्त हो रही हैं। सेवानिवृत्ति के बाद, वह अपना अधिक समय भगवान की प्रार्थना और भजनों को समर्पित करने की योजना बना रही हैं।
पल्लवी दत्ता जी पिछले 30-35 वर्षों से जीएमएस से जुड़े हुए हैं और मोहयाल समुदाय में सक्रिय रूप से भाग लेती हैं। उनके परिवार को मोहयाल समुदाय में उनकी सक्रियता के बारे में जाना जाता है।