जालंधर(12 मई 2025) विक्रांत दत्ता की जिंदगी एक प्रेरणादायक कहानी है, जिसमें उन्होंने अपने जीवन की चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी प्रतिभा को उजागर किया है। बचपन में एक दुर्घटना के कारण उनकी आंखों की रोशनी चली गई, लेकिन समाज और परिवार के प्रोत्साहन ने उन्हें अपने अंदर की दिव्य ज्योति को प्रकट करने के लिए प्रेरित किया।
भजन और संगीत की दुनिया में
विक्रांत दत्ता ने अपनी पढाई के साथ-साथ धार्मिक मंचों पर भजन गीत गाना शुरू किया। लोगों ने उनकी मधुर आवाज की सराहना की और उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने अपनी भजन मंडली “विक्रांत दत्ता एंड पार्टी” के साथ माता की चौकी, जागरण और भजन संध्या में अपनी आवाज का जादू बिखेरा।
यूट्यूब पर धार्मिक वीडियो
विक्रांत दत्ता ने हाल ही में यूट्यूब पर धार्मिक वीडियो प्रस्तुत करना शुरू किया है। उनके वीडियो में बाबा बालक नाथ, साईं जी और माता की महिमा का गुणगान है। उनके वीडियो को दर्शकों द्वारा सराहा जा रहा है, खासकर उनका हालिया वीडियो “बाबा बालक नाथ की महिमा पंजाबी भजन बस बाबे दे चली” को बहुत पसंद किया गया है।
प्रोत्साहन और समर्थन: विक्रांत दत्ता की वीडियो को सबस्क्राइब, शेयर और लाइक करके आप उन्हें प्रोत्साहित कर सकते हैं। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि चुनौतियों का सामना करते हुए भी हम अपनी प्रतिभा को उजागर कर सकते हैं और समाज में एक सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
परिवारिक और समाजिक जीवन : विक्रांत दत्ता ने उच्च शिक्षा प्राप्त करके बडे संघर्ष से स्वास्थ्य विभाग में क्लर्क की नौकरी प्राप्त की आज सीनियर क्लर्क हैं कंप्यूटर पर काम करतें हैं। सुशिक्षित युवती से शादी की एक बेटी के पिता हैं। दिव्यांग युवा युवतियों को आत्मनिर्भर बनने मे सहयोग और मार्गदर्शन करतें है। लुईस ब्रेल वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान हैं ।
अशोक दत्ता मोहयाल मित्रम्