देहदानी एवं समाजसेवी श्री कृष्ण गोपाल दत्ता की पावन स्मृति जन्मदिन पर इनके पुत्र पवन कुमार दत्ता ने अपने पिताजी के बारे में लिखा…
आज मेरे पिता देहदानी श्री कृष्ण गोपाल दत्ता जी कि जन्म दिन है आप का जन्म 2 अप्रैल 1932 को भाराकू नामक गांव मे हुआ था यह वही जगह है जहा पर अब इस्लामाबाद पाकिस्तान कि राजधानी है आप कि प्रारम्भिक क्षिक्षा गांव के गुरुद्वारे मे हुई मास्टर तारा सिंह के भाई से आप ने उर्दू और गुरुमुखी का ज्ञान प्राप्त किया आप रावलपिंडी के मोहयाल वाली गली मे लगनेवाली शाखा के बाल स्वयं सेवक के रुप मे संघ प्रवेश किया विभाजन के बाद आप के पिताजी मेहता रघुनाथ दत्त रादौर यमुनानगर मे बस गए आप यमुना जी पर बनने वाले हथिनीकुंड बैराज के ठेकेदार थे मेरे पिता जी कि आगे कि शिक्षा साहबाद मारकंडे के होस्टल मे हुई आप 2बार राम जन्मभूमि आंदोलन पर अयोध्या जी गये समय समय पर मिलने वाली संघ और विश्व हिन्दू परिषद कि जिम्मेदारी का निर्वाह किया और बाद मे सेवा भारती और आरोग्य भारती मे अपनी सेवा प्रदान की आप ने अपनी देह कि आपके द्वारा नेत्र पीजीआई चंडीगढ़ को दान कि आपके द्वारा नेत्र दान पर बहुत काम किया आप कि अनुकम्पा हम सब पर बनी रहे…
पवन कुमार दत्ता पुत्र स्व.श्री कृष्ण गोपाल दत्ता।