सेवानिवृत्ति के बाद मानवता की सेवा में जुटे जीके बाली

मोहयाल समाचार
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साक्षात्कार

हाल ही में जालंधर मोहयाल सभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जी.के.बाली पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज जालंधर से सेवानिवृत्त हुए। मुझे उनके साथ बातचीत करने का अवसर मिला और मैंने उनसे बैंक और मेडिकल कॉलेज में अपने करियर के बारे में कुछ शब्द कहने का अनुरोध किया। मैं यह भी जोड़ सकता हूं कि उनकी योग्यता एमएससी, सीएआईआईबी है।

बातचीत करने  के दौरान जी.के.बाली ने बताया कि वह  जून 1973 में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में शामिल हुए और 38 वर्षों से अधिक की समर्पित और निष्कलंक सेवा के बाद अक्टूबर 2011 में सेवानिवृत्त हुए । वह बैंक की कई शाखाओं के प्रमुख बने रहे। उनका एकमात्र आदर्श वाक्य ग्राहक सेवा था।
सेवानिवृत्ति बाद बाली ने बताया जनवरी 2012 में पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में शामिल हो गए। अपने 12 साल से अधिक के कार्यकाल के दौरान उन्होंने रोगी सेवा के एकमात्र उद्देश्य के साथ दो विभागों का नेतृत्व किया। जुलाई 2024 में वह मेडिकल कॉलेज से शानदार विदाईगी पार्टी लेकर सेवामुक्त हुए।

जी.के.बाली ने बैंक और मेडिकल दोनों पदों पर बडी  निष्ठा और ईमानदारी से सेवा की। दोनों संस्थानों द्वारा जीके बाली को भावभीनी विदाई दी गई।
उन्होंने अपने स्टाफ को हमेशा उनकी सोच को बेहतर से बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया

“जीके बाली की यह विशेषता रही जब वह पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में कार्यरत थे तब इनके पास कोई भी मोहयाल भाई बहन सहयता के लिए गया तो बाली जी ने उसकी सहयता प्राथमिकता से करते हुए मोहयालियत का परिचय दिया। जालंधर मोहयाल सभा के सक्रिय पदाधिकारी हैं। मोहयाल भवन के निर्माण में भी ,किया गया योगदान सराहनीय रहा। भविष्य में भी जालंधर मोहयाल सभा के नेतृत्व में सहयोगी बनकर मोहयाल समुदाय की पहचान देश विदेश में स्थापित करने के मार्गदर्शक बनेंगे।

प्रस्तुति ; अशोक दत्ता. संपादक मोहयाल मित्रम्

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